बढ़ते मरीज़ों के साथ , अस्त-व्यस्त हो रही है व्यवस्था
सोमवार को एक बहुत ही दुखद घटना सामने आइ, एंबुलेंस के इंतजार में कोरोना संक्रमित किराना व्यापारी की मौत हो गई।
आरोप है कि उनकी पत्नी कोविड केयर सेंटर पर लगातार फोन करती रही, लेकिन 3 घंटे तक भी कोई Ambulance नहीं उपलब्ध कराई जा सकी।
जिसके बाद निजी Ambulance से मरीज को हरदोई रोड स्थित प्राइवेट कोविड अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कोविड केयर सेंटर से नहीं मिली कोई मदद -
परिवार की माने तो तीन घंटे तक कोविड केयर सेंटर से कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला, लगातार टरकाने और फ़ोन Divert करने के इलावा कोई मदद नहीं की, परिवार का ये भी आरोप है की अगर समय से मदद मिलती तो जान बचाई जा सकती थी।दरसल एसा पहली बार नहीं हुआ है जो एसी कोई शिकायत मिली हो, शहर के कई लोगों को इस प्रकार की दिक़्क़त हुई है, कई लोगों का ये भी कहना है की कोविड केयर सेंटर सिर्फ़ एक CALL CENTRE बन कर रह गया है जहाँ पर सिर्फ़ लोगों की परेशानी सुनी जाती है उस पर कोई सहायता नहीं की जाती है। कॉल सेंटर से सिर्फ़ फ़ोन Divert किए जाते है और घंटो लोगों को वेटिंग पर रखा जाता है।
क्या कहते है अधिकारी
"मामले की जानकारी नहीं है। अगर ऐसी लापरवाही हुई है तो जांच जरूर कराई जाएगी। - डॉ. आरपी सिंह, सीएमओ"
जाँच का हवाला देते हुए अधिकारी अपना पल्ला झाड़ लेते है।
फ़िलहाल देखा जाए तो इसके लिए भी वो लोग ज़िम्मेदार है जो लोग समय से Ambulance को नहीं छोड़ते है, हमने आपको पहले भी बताया है कि Lucknow के कुछ नवाबी लोग घंटो Ambulance को wait कराते है जिससे वो अन्य लोगों के लिए उपलब्द नहीं हो पाती है।
फ़िलहाल देखा जाए तो इसके लिए भी वो लोग ज़िम्मेदार है जो लोग समय से Ambulance को नहीं छोड़ते है, हमने आपको पहले भी बताया है कि Lucknow के कुछ नवाबी लोग घंटो Ambulance को wait कराते है जिससे वो अन्य लोगों के लिए उपलब्द नहीं हो पाती है।
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