
इस वजह से लखनऊ वालों को नहीं मिलती है समय से Ambulance
अक्सर लोग शिकायत करते है कि Ambulance वक्त पर नहीं पहुंचती, लेकिन Ambulance वक्त पर पहुंच जाए तो क्या हमारी जिम्मेदारी नहीं है कि हम भी वक्त पर तैयार रहें। कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसी लगातार शिकायतें आ रही हैं कि मरीज एंबुलेंस को 3-4 घंटे तक इंतजार करा रहे हैं।
Case 1 - कोरोना पॉजिटिव आलमबाग निवासी मरीज को लेने एंबुलेंस घर पहुंची तो भाई साहब नहाने लगे जिससे Ambulance को दो घंटा इंतज़ार करना पड़ा।
Case 2 - इंदिरा नगर में रहने वाले एक आदमी को जब ambulance लेने पहुँची तो वो इधर उधर करते हुए 4 घंटे तक Ambulance को रोका रहा, बाद में पता चला की उसका बेटा नए कपड़े ख़रीदने गया था मरीज़ के लिए, जब वो आया तब पैकिंग हुई तब जा के मरीज़ Ambulance में बैठा।
Case 3 - आशियाना में जब एक Ambulance मरीज़ को लेने पहुँची तो मरीज़ ने पहले तो जाने से मना कर दिया फिर जब Family Drama ख़त्म हुआ तो मरीज़ Ambulance में बैठी। इन सब में शाम हो गई।
< एसे एक दो नहीं अनेक Cases दिन भर आते रहते है >
क्या कहते है Ambulance Driver
Ambulance के Drivers की माने तो उन सभी का कहना है की सिर्फ़ १०% केस में ही मरीज़ घर पर तैयार मिलते है, बाक़ी ९०% केस में उनको २-४ घंटो तक इंतज़ार करना पड़ता है, जिस वजह से आगे के Schedule Disturb हो जाता है। यही वजह है की कई बार Ambulances को आने में अगला दिन लग जाता है।
आप में से कई लोग सोच रहे होंगे कि सरकार क्यूँ नहीं और ज़्यादा Ambulance रख लेती है, इसका जवाब ये है की कोरोना मरीज़ को लाने वाली Ambulance ख़ास तौर पर तैयार की जाती है, ड्राइवर से लेके गाड़ी तक ऐम्ब्युलन्स में ख़ास इंटेजम रहते है। इस लिए शहर की सभी Ambulance कोरोना मरीज़ को लाने ले जाने के लिए इस्तमाल नहीं की जा सकती है।
आपकी और हमारी जमेदारी है की हम अगर संक्रमित हो जाते है और हमें कोई Ambulane लेने आती है तो हम उनको समय से खली कर सके ताकि वो अगले मरीज़ तक जल्द से जल्द पहुँच सके।
Aur jahan mareej ambulance k intjaar me mar jata hai, vahan kisko sarm karni chahiye
ReplyDeleteभाई उन्होंने कहा तो जब patient जल्दी नहीं आते tabhi वो next jagah late pauchte hai
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