Another Problem for Doctors and Scientists : No Antibodies Found
परंतु हाल ही की study में ये देखा जा रहा है की कोरोना वाइरस से develop हुई Immunity ज़्यादा दिनो के लिए नहीं रह रही है।
एसे ही कुछ cases लखनऊ से भी सामने आए है -
1.) केजीएमयू के एक डॉक्टर कोरोना संक्रमित हुए। पूरी तरह ठीक होकर उन्होंने 20 दिन बाद मरीजों के लिए प्लाज्मा दान किया। वहीं, दोबारा 40 दिन बाद फिर प्लाज्मा देने पहुंचे मगर खून में एंटीबॉडी नहीं मिली।
2.) इसी तरह रेलवे स्टेशन पर तैनात कई सिपाही कोरोना की चपेट में आ गए। ठीक होकर 11 दिन बाद प्लाज्मा दान करने अस्पताल पहुंचे लेकिन एंटीबॉडी नहीं मिली।
3.) लखीमपुर के एक डॉक्टर भी कोरोना संक्रमित हुए। केजीएमयू में इलाज चला। ठीक होकर घर गए। ढाई माह बाद प्लाज्मा दान करने लौटे मगर जांच में शरीर से एंटीबॉडी गायब मिली।
यह सभी उदाहरण कोरोना से ठीक मरीजों के हैं, जिनका सच सामने आने के बाद चिकित्सा विज्ञानी हैरान हैं। उनके लिए नए सिरे से शोध का विषय बन गया है कि आखिर जिस एंटीबॉडी के दम पर कोरोना को हराने की कोशिश चल रही है, वह एकाएक शरीर से कैसे और क्यों गायब हो रही है?
पहले Spain की रिपोर्ट में भी ये बात आ चुकी है सामने, जिसको हमने अपने Viewers को बताई थी, परंतु उस समय सभी ने Fake Reporting बोलते हुए हमारी रिपोर्ट को ग़लत बताया था।
देखिए वो रिपोर्ट - Its Impossible to make Corona Vaccine
0 Response to "Another Problem for Doctors and Scientists : No Antibodies Found"
Post a Comment