क्या सच में फिर से लग सकता है Lockdown 6.0
"15 जून के बाद फिर से हो सकता है संपूर्ण लॉकडाउन गृह मंत्रालय ने संकेत दिये है। ट्रेन और हवाई सफर पे लगेगा ब्रेक।"
पिछले चार दिनो से ये ख़बर आपको Facebook या whatsapp के ज़रिए ज़रूर मिली होगी और आप सोच रहे होगे की क्या ये ख़बर सच हो सकती है?
मौजूदा हालात को देख जाए तो -
- देश में कोरोना वायरस (कोविड 19) संक्रमण से पिछले 24 घंटों के दौरान रिकॉर्ड 331 लोगों की मौत हुई है तथा संक्रमण के मामले भी हर दिन उत्तरोत्तर बढ़ने से इस अवधि में सर्वाधिक 9987 नये मामले सामने आये हैं।
- केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक 9987 नये मामलों को मिलाकर देश में कोरोना संक्रमितों की कुल संख्या 266598 हो गयी जबकि इस बीमारी से 7466 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है।
- देश में इस समय कोरोना के 2,77,170 सक्रिय मामले हैं, जबकि 129215 लोग इस महामारी से निजात पाने में कामयाब हुए हैं।
क्या बोलती है रीसर्च?
जिस तरह से भारत में कोरोना वायरस के मामले बढ़ रहे हैं, उसको देखते हुए ये लग रहा है कि आने वाले समय में फिर से सरकार देश में लॉकडाउन लगा सकती है। ये दावा नोमुरा रिसर्च फर्म ने अपने एनालिसिस में किया है। रिसर्च में लोगों की आवाजाही और कोरोना के बढ़ते मामलों के आधार पर ये बात कही गई है। रिसर्च की रिपोर्ट में कहा गया है कि ‘हमारे विजुअल टूल ने जो रिजल्ट दिए है उसके अनुसार 17 देश ऐसे हैं। जहां अर्थव्यवस्था को दोबारा शुरू करने की प्रक्रिया ऑन ट्रैक पर है। वहां कोरोना के दूसरे चरण यानी सेकेंड वेव के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। जबकि 13 देशों में कोरोना के दोबारा लौटने की आशंका लग रही है और 15 देश ऐसे हैं, जहां सेकेंड वेव आने की पूरी आशंका है।
रिसर्च के अनुसार लॉकडाउन में ढील देने से दो परिस्थतियां पैदा हो सकती है जो कि अच्छी और बुरी हैं। अच्छी स्थिति के तहत लोगों से उनका रोजगार नहीं छीनेगा। जबकि दूसरी परिस्थिति यानी बुरी परिस्थिति के तहत कोरोना तेजी से फैलेगा और रोज नए मामले बड़ी संख्या में आएंगे। गंभीर हालातों में कुछ जगहों पर फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
ये रिसर्च 45 देशों पर की गई है और इन 45 देशों को 3 समूहों में बांटा गया है। जिसमें से पहला ऑन ट्रैक यानी सही रास्ते पर। दूसरा चेतावनी यानी वार्निंग साइन और तीसरा डेंजर जोन सूमह है। इस सूची में भारत को डेंजर जोन में रखा गया है। इस जोन में भारत के साथ इंडोनेशिया, चिली, पाकिस्तान, स्वीडन, सिंगापुर, दक्षिण अफ्रीका और कनाडा देश शामिल हैं। जबकि फ्रांस, इटली और दक्षिण कोरिया को ऑन ट्रैक देश पर रखा गया। वहीं अमेरिका और ब्रिटेन जैसे देश चेतावनी यानी वार्निंग साइन श्रेणी में शामिल हैं।
डेंजर जोन में आने वाले देशों में कोरोना काफी तेजी से फैलने वाला है और इन देशों में लॉकडाउन की जरूरत बताई गई है। इस रिसर्च के अनुसार भारत में हालात और खबर हो सकते हैं। ऐसे में भारत सरकार को लॉकडाउन फिर से लगाना पड़ सकता है।
They have to go for TOTAL LOCKDOWN for at least 15 day and in this 15 days they have to do test of maximum ppls. Not only in containment and hot spot zones they have to do test from all areas then only we are on lower risk of community spread.
ReplyDeleteI too agree, irrespective of economic crisis. It's a time to implement a complete curfew to stop the spread of disease. Lockdown was taken very lightly by majority. It's a call for curfew.
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